आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सोशलिस्ट पार्टी के दफ्तर में ध्वजारोहण और आमसभा का आयोजन किया गया । पार्टी के राष्ट्रिय महासचिव डॉ. प्रेम सिंह समेत कई वक्ताओं ने आमसभा को संबोधित किया । हिंदी के वरिष्ठ लेखक प्रेमपाल शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की । प्रेम सिंह ने अपने व्यक्तव्य में कहा कि आजादी पर नवउदारवादी हमला हो चूका है । संविधान और लोकतान्त्रिक संस्थाओं की लगातार अवमानना हो रही है । देश का शासक वर्ग देश के बेशकीमती संसाधनों को देशी देशी-विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को औने-पाने दामों पर बेच रहा है । ऐसे में आजादी को बचाना और समाजवाद लाना सोशलिस्ट पार्टी की प्रतिबद्धता है ।
दिल्ली विश्वविधालय के एसोसिएट प्रोफ़ेसर सत्यप्रकाश सिंह ने कहा कि आजादी के 66वीं वर्षगाँठ मनाते हुए हमें भारतीय राष्ट्रिय स्वतंत्रता आन्दोलन के शहीदों को याद करना चाहिए जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राण तक न्योच्छावर किये । पहले एक ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी और अब हजारों विदेशी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार खोल दिये गए हैं । हमारी आजादी और संस्कृति दोनों खतरे में हैं ।
अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रेमपाल शर्मा ने कहा कि आजादी के सही मायने तलाशने जरुरी हैं । जब तक देश के आखिरी व्यक्ति को भूख और भयमुक्त जीवन नहीं मिल जाता तब तक आजादी के उत्सव का
कोई मतलब नहीं रह जाता ।
मंच का संचालन नीरज सिंह ने किया ।
नीरज सिंह
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