Monday 5 August 2013

विदेषी निवेष के नियम हटा कर सरकार ने खुदरा व्यापार को बहुब्रांड कंपनियों को बेच दिया है।


3 अगस्त 2013
प्रैस रिलीज

खुदरा क्षेत्र में विदेषी निवेष के निर्धारित नियमों को हटा कर सरकार ने पूरे खुदरा क्षेत्र को वैष्विक बहुब्रांड खुदरा कंपनियों की लूट के लिए खुला छोड़ दिया है। सोषलिस्ट पार्टी यूपीए सरकार के इस जनविरोधी फैसले का कड़ा विरोध करती है और सभी विपक्षी राजनीतिक पार्टियों, मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा समेत, अपील करती है कि वे सरकार के इस नए फरमान का विरोध करें और खुदरा में विदेषी निवेष के फैसले को हमेषा के लिए रद्द कराने की मांग एक बार फिर से जोरदार तरीके से उठाएं।
सरकार का यह नया फैसला बताता है कि कांग्रेसी नेताओं ने देष के संविधान को उठा कर ताक पर रख दिया है और मेहनतकष किसानों और खुदरा व्यापारियों के विरोध में खुल कर सामने आ गए हैं। वे अपने संसद में दिए गए बयानों और फैसलों की भी परवाह  नहीं करते। ‘त्याग के देवी’ सोनिया गांधी, ‘ईमानदारी के देवता’ मनमोहन सिंह, उनके ‘सर्वश्रेष्ठ नवउदारवादी बच्चे’ पी. चिदंबरम, विदेषी निवेष का विरोध करने वालों की खबर लेने विदेषी कंपनियों की षाबासी पाने वाले वाणिाज्य व उद्योग मंत्री आनंद षर्मा और पूरी नवउदारवादी मंडली अपने पूरे रंग में आ गई है। उन्होंने देष को बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बेचने की कमर कस ली है।
नए फैसले के मुताबिक अब 10 लाख से कम आबादी के षहरों में वालमार्ट, टेस्को, कारफर जैसी खुदरा व्यापार की वैष्विक बहुब्रांड कंपनियों को अपने स्टोर खोलने की अनुमति मिल गई है। यह षर्त भी हटा ली गई है कि उन्हें अपनी 30 प्रतिषत खरीद भारत की छोटी औद्योगिक इकाइयों से करनी होगी। कुल निवेष का 50 प्रतिषत इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने की षर्त भी बिल्कुल ढीली कर दी गई है। 
सेषलिस्ट पार्टी उन सभी राजनीतिक पार्टियों से इस फैसले का पुरजोर विरोध करने की अपील करती है जो देष के चार करोड़ खुदरा व्यापारियों और उनके 20-25 करोड़ पारिवारिक सदस्यों के हितों का सच्चाई में पक्ष लेने वाली हैं। पार्टी संवैधानिक संप्रभुता और उसमें स्थापित समाजवादी व्यवस्था कायम करने के संकल्प में आस्था रखने वाले सभी व्यापार संघों, मजदूर संघों, सामाजिक संगठनों और सचेत नागरिकों से भी अपील करती है कि वे नए नियमों के साथ खुदरा में 51 प्रतिषत निवेष के सरकार के फैसले का एकजुट अैार निर्णायक विरोध करें।

डाॅ. प्रेम सिंह
महासचिव व प्रवक्ता      

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