Sunday, 24 September 2017

बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी को तत्काल पद से हटाया जाए


दिनांक : 25 सितम्बर 2017 
प्रेस विज्ञप्ति 

सोशलिस्ट युवजन सभा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में लड़कियों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करती है। साथ ही SYS बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की बहादुर बेटियों के आंदोलन के समर्थन का भी एलान करती है । हमारी मांग है कि बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी को तत्काल पद से हटाया जाए। देश के एक पुराने और मशहूर केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्राएं छेड़खानी के विरोध में लगातार कैंपस के गेट के पास धरने पर बैठी है। और कुलपति को इतनी भी शर्म नहीं है कि वो छात्राओं से मिलकर उनकी मांगे सुने। उलटे सत्ता का इस्तेमाल कर बहादुर बेटियों पर बर्बरता से लाठियां भांजी जा रही है। शनिवार की देर रात जिस तरीके से त्रिवेणी हॉस्टल पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षा गार्ड ने लाठीचार्ज किया वो ये जाहिर करता है कि प्रशासन की मंशा लड़कियों के आंदोलन को ताकत के दम पर दबाने की है। लाठीचार्ज के साथ-साथ कैंपस में 23 थानों की फोर्स, पीएसी और आरएएफ को तैनात किया गया है। विद्यार्थियों पर लाठियों, टियर गैस और रबर बुलेट दागे गए । छात्राओं के हॉस्टल में तालेबंदी की गई है। और बिजली भी काट दी गई । ये बर्बर घटना केंद्र की बीजेपी सरकार और यूपी की योगी सरकार के संवेदनहीन और क्रूर चेहरे को बेनकाब कर रही है। 

लड़कियों की मांग बस इतनी है कि वॉयस चांसलर मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान निकालें। वे कैंपस में 24 घंटे सुरक्षा की मांग कर रही हैं। साथ ही सुरक्षाकर्मियों को जवाबदेह बनाने के साथ साथ हॉस्टल आने-जाने वाले रास्ते पर पर्याप्त रोशनी की मांग कर रही है। कैंपस में महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग भी लड़कियों ने प्रशासन से की है। सोशलिस्ट युवजन सभा का मानना है कि ये सारी मांगे वाजिब है और विश्वविद्यालय प्रशासन को तुरंत लड़कियों की इन मांगों को मानना चाहिए। लड़कियों की मांग मानने में हो रही देरी इस आंदोलन की चिंगारी और भड़काएगी जिसकी लपटें बर्दाश्त करने की हिम्मत ना तो विश्वविद्यालय प्रबंधन में है और ना ही देश की सरकारों में। 

RSS और उसकी छात्र इकाई AVBP दरअसल इस देश की विश्वविद्यालयों को मनुवाद की प्रयोगशाला बनाना चाहती है। पुरुषवादी मानसिकता ही है जो लड़कियों को बुनियादी हक़ के लिए भी आंदोलन कर लाठियां खानी पड़ रही है। ऐसे में इस दौर में हमें मनुवादी ताक़तों को पूरी ताक़त से जवाब देना है। 

देश की तीसरी सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी बीएचयू में लड़कियां सुरक्षा से जुड़ी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आंदोलन कर रही है। और प्रशासन उनपर दमनकारी रवैया अपना रहा है। सरकारें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के जुमले से काम चला रही है। और RSS की छात्र इकाई ABVP दमनकारियों के साथ खड़ी है। SYS सभी लोकतांत्रिक छात्र संगठनों से अपील करती है कि बीएचयू की बहादुर बेटियों का साथ दे। 

नीरज कुमार
अध्यक्ष, सोशलिस्ट युवजन सभा

बंदना पांडेय
महासचिव, सोशलिस्ट युवजन सभा

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