अध्यक्ष/महासचिव 4 जून 2012
आदरणीय महोदय
सोशलिस्ट पार्टी ने खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश के फैसले के विरोध में 28 मई को जंतर मंतर पर एक दिन का धरना दिया | आपको मालुम है की यूपीए सरकार ने पिछले साल नवम्बर में खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत विदेशी निवेश का मनमाना फैसला किया था जिसे संसद में समस्त विपक्ष के एकजुट विरोध के चलते स्थगित करना पड़ा | नवउदारवादी नीतियों पर चलने वाली यूपीए सरकार इस स्थगित फैसले को कभी भी लागू कर सकती है | पिछले दिनों अमेरिका की विदेश मंत्री श्रीमती हिलेरी क्लिंटन मुख्यतः यही एजेंडा लेकर भारत आई थीं | खबर है कि फ्रांसिसी कंपनी कारफर के भारतीय एमडी ने हाल में उद्धोग एवं वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा से मुलाक़ात करके खुदरा में विदेशी निवेश के फैसले को जल्दी लागू करने को कहा है |
सोशलिस्ट पार्टी नई है | उसके संसद या विधानसभाओं में सदस्य नहीं हैं | लिहाज़ा, सोशलिस्ट पार्टी सभी विरोधी राजनीतिक पार्टियों से अपील करती है कि वे सरकार पर दबाव बना कर इस फैसले को तुरंत रद्द करवाएं | कहने कि जरुरत नहीं कि खुदरा क्षेत्र में वालमार्ट जैसी दुनिया में बदनाम विदेशी कंपनियों के आने से खुदरा व्यापारी और किसान ही तबाह नहीं होंगे, भारतीय समाज और संस्कृति पर भी इसका विपरीत असर पड़ेगा |
सोशलिस्ट पार्टी ने धरने के बाद महामहिम राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा जिसकी प्रति आपके पढ़ने और आगे कार्रवाई के लिए संलग्न है |
सादर अभिवादन सहित
आपका
भाई वैध
(अध्यक्ष)
डॉक्टर प्रेम सिंह
(महासचिव)
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