Sunday 13 May 2012

सोशलिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दूसरी बैठक ५ नवम्बर २०११ को लोहिया मजदूर भवन,लखनऊ में सम्पन्न

सोशलिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दूसरी बैठक ५ नवम्बर २०११ को लोहिया मजदूर भवन,लखनऊ में सम्पन्न हुई | बैठक की अध्यक्षता भाई वैध (अध्यक्ष) और संचालन डॉक्टर प्रेम सिंह ने किया | कार्यकारिणी के सदस्यों पन्नालाल सुराणा.ओंकार सिंह,जयंती पंचाल,गिरीश पाण्डेय,तारकेश्वर सिंह,म.पापी रेड्डी,जेएस वालिया, डॉक्टर संमथ नाथ घोष,पी चिदंबरम तथा एसवाईएस की राष्ट्रीय समिति के सदस्य नीरज सिंह ने बैठक में हिस्सा लिया | बैठक शुरू होने के पहले समाजवादी साथी प्रवीन बाघ और हिंदी के मूर्धन्य लेखक श्रीलाल शुक्ल को श्रद्धांजलि दी गई | अपने उदबोधन में भाई वैध ने ख़ुशी जाहिर की कि विभिन्न राज्यों में पार्टी कि इकाइयां गठित करने और राज्य सम्मलेन आयोजित करने का काम तेजी से चल रहा है | उनहोंने सदस्यता अभियान और कोष इक्ठ्ठा करने पर बल दिया |

बैठक में पार्लियामेंट्री बोर्ड का विस्तार किया गया | पन्नालाल सुराणा पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष हैं | उनके साथ जया विदयाला (आन्ध्र प्रदेश) को सचिव और प्रोफ़ेसर विनोद प्रसाद सिंह (बिहार),अनिल नौरिया (दिल्ली),बलवंत खेडा (पंजाब),उमाशंकर मिश्र(उतर प्रदेश), एमपी सिंह (पश्चिम बंगाल) को सर्वसम्मति से सदस्य चुना गया | पी. चिदंबरम की अध्यक्षता में एक कोष कमेटी का गठन किया गया जिसमें सभी राज्यों से दो-तीन सदस्य होंगे | दिल्ली से इंद्रदेव और अक्षय भंडारी,यूपी से गिरीश पाण्डेय और उमाशंकर मिश्रा,पश्चिम बंगाल से बीसी पाल, महाराष्ट्र से डॉक्टर शांति पटेल,डॉक्टर जीजी पारीख,लीला चित्रे,भरत लाटकर और बबन डिसूजा, झारखण्ड से राजेंद्र कुमार राही,उतराखंड से मोहम्मद कुरैशी, हिमाचल प्रदेश से देवराज दुग्गल, चंडीगढ़ से अशोक निर्दोष, पंजाब से हरेन्द्र सिंह, हरियाणा से जेएस वालिया और महेंद्र सिंह यादव, आन्ध्र प्रदेश से पापी रेड्डी और प्रो. केशवराव जाधव को कोष कमेटी का सदस्य बनाया गया है | कोष कमेटी अगले एक साल में एक करोड़ रूपया जुटाने का लक्ष्य पूरा करने का प्रयास करेगी |

बैठक में पन्नालाल सुराणा ने चुनाव विषयक संहिता पर प्रस्ताव पेश किया जिसे चर्चा के बाद समुचित संशोधनों के साथ स्वीकार कर लिया गया | अनिल नौरिया और विमल दवे को राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के नए सदस्यों के रूप में शामिल किया गया | दिल्ली राज्य समिति के वरिष्ठ सदस्य इंद्रदेव और अनिल नौरिया डॉक्टर प्रेम सिंह के साथ अतिरिक्त पार्टी प्रवक्ता की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे | आगे से राज्यों के अध्यक्ष और महासचिव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे | सोशलिस्ट युवजन सभा के अध्यक्ष डॉक्टर अभिजीत वैध द्वारा भेजी गई अभी तक के काम की विस्तृत रपट बैठक में पढ़ी गई | १८ दिसम्बर २०११ को एसवाईएस का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन पुणे में होने जा रहा है जिसमें कई प्रदेशों से कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे |

अभी तक महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, झारखंड,पश्चिम बंगाल, उतर प्रदेश में पार्टी की राज्य इकाइयों का गठन हो चूका है | महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, गोवा, झारखंड, उत्तर प्रदेश के राज्य सम्मेलन सम्पन्न हो चुके हैं | पश्चिम बंगाल का राज्य सम्मेलन २० नवम्बर, दिल्ली का २६ नवम्बर,पंजाब का २७ नवम्बर,और आन्ध्र प्रदेश का ३० नवम्बर २०११ को होगा | केरल का राज्य सम्मेलन १५ जनवरी को होना तय हुआ है |

बैठक में राजनीतिक,आर्थिक और शैक्षिक प्रस्तावों पर चर्चा हुए और पारित किया गया | जो संक्षेप में इस प्रकार हैं :

राजनीतिक प्रस्ताव:
तेलंगाना राज्य के अलग गठन की मांग को लेकर आन्ध्र प्रदेश की जनता लम्बे समय से लगातार आन्दोलन कर राही है | भारत सरकार उस मांग को स्वीकृति दे चुकी है | आन्दोलन के चलते छात्रों की पढाई का नुकसान हो रहा है और नागरिकों को असुविधावों का सामना करना पड़ रहा है | लिहाजा, सोशलिस्ट पार्टी की मांग है की सरकार के फैसले को तुरंत अमल में लाते हुए अलग तेलंगाना राज्य का गठन किया जाये |

देश के पांच राज्यों - उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड.पंजाब, गुजरात, और गोवा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं | नेता, जाती या धर्मं के नाम पर चलाई जाने वाली पार्टियां जनता के मसलों और समस्याओं को हल नहीं कर सकतीं | सोशलिस्ट पार्टी की धारणा है की किसानों, आदिवासियों, दलितों, छोटे व्यापारियों, महिलाओं, बेरोजगार नौजवानों और छात्रों की अहम समस्याएं सुलझाने के लिए बाजारवाद से हट कर समाजवादी नीतियों पर अमल करना होगा | राष्ट्रीय कार्यकारिणी का निर्णय है की इसके लिए पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में नेक और जुझारू उम्मीदवार उतारेगी |

आर्थिक प्रस्ताव: सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम बढ़ा कर महंगाई की आग में तेल डालने का काम किया है | उस पर प्रधानमन्त्री का यह कहना की 'ये सब बातें बाजार पर छोड़ देना चाहिए' जले पर नमक छिड़कने जैसा है | बाजार ने अमेरिका और यूरोप के सवाल हल करने के बजाय वहां हालात बिगाड़ कर रख दिए हैं | महंगाई और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है | पूंजीवाद के खिलाफ वहां के लोग सडको पड़ आ गए हैं | सरकार किसानों को उनकी उपज का लागत दाम भी नहीं देना चाहती और बड़े व्यापारियों को जनता की गाढ़ी कमाई पर मुनाफा कमाने की खुली छुट देती है | खद्दान्न, समेंट, स्टील, लोहा आदि सभी जरुरी चीजों के दाम पिछले बीस सालों में बेतहाशा बढ़ गए हैं | भारत में मेहनतकश आदमी की जिन्दगी दुश्वार हो गई है | सोशलिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी मांग करती है की फौरी राहत के लिए राष्ट्रीयकृत बैंक किसानों को कर्जा दें और जीवनावश्यक चीजें किफायती दामों पर जनता को उपलब्ध कराई जाये |

शिक्षा पर प्रस्ताव:
भारत की सरोकारों द्वारा चलाई जा रही नवउदारवादी नीतियों का शिकंजा शिक्षा पर तेजी से कसा जा रहा है | प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक, एक तरफ शिक्षा जैसे विषय को मुनाफे का व्यवसाय बनाया जा रहा है, दूसरी तरफ कारपोरेट पूंजीवाद विचारधारा को आगे बढाने का माध्यम | सरकारी स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों की जगह प्राइवेट स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय लाए जा रहे हैं | साथ ही विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में आमंत्रित किया जा रहा है | शिक्षा इस कदर महँगी बना दी गई है की देश की ज्यादातर गरीब आबादी की पहुँच से बाहर हो गई है | सोशलिस्ट पार्टी शिक्षा के निजीकरण और बाजारीकरण की सरकारी मुहीम का पुरजोर विरोध करती है | पार्टी मांग करती है की सबको समान और गुणवत्तायुक्त शिक्षा पडोसी स्कूलों के जरिये मातृभाषा में राज्य द्वारा उपलब्ध कराई जाए | शिक्षा का पाठ्यक्रम भारतीय संविधान के अनुकूल सबकी बराबरी, परस्पर सहयोग और धर्मंनिरपेक्षता के मूल्यों को सिखाने और आगे बढाने वाला होना चाहिए | पार्टी मांग करती है की सरकार द्वारा काफी पहले से स्वीकृत जीडीपी का ६ प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया जाना चाहिए | इन मुद्दों पर पार्टी के अध्यक्ष भाई वैध के नेतृत्व में जो आन्दोलन चल रहा है उसे सशक्त बनाने का संकल्प सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी लेती है |

प्रेम सिंह
महासचिव व प्रवक्ता

No comments:

Post a Comment

New Posts on SP(I) Website

लड़खड़ाते लोकतंत्र में सोशलिस्ट नेता मधु लिमए को याद करने के मायने आरोग्य सेतु एप लोगों की निजता पर हमला Need for Immediate Nationalisation ...